तबादले के बाद भी आधा दर्जन पीसीएस अधिकारी नहीं छोंड़ रहे जिला
#हरदोई। जनपद में लम्बे समय से डेरा जमाये अधिकारी तबादले के बाद भी हरदोई छोड़ना नहीं चाह रहे हैं, जून माह के अंत में शासन स्तर से करीब आधा दर्जन पीसीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं, किंतु वे अपने तबादले को रुकवाने के लिए हर स्तर से जुगाड़ फिट कर रहे हैं। मतलब साफ है कि इन अधिकारियों की यहाँ अच्छी खासी कमाई हो रही है, यही कारण है कि जनपद न छोड़ने के लिए वे लाखों रुपये खर्च कर रहे हैं।
मामला तब सुर्खियों में आया जब हरदोई के बेसिक शिक्षा अधिकारी वीपी सिंह जिले से हटाए जाने के बाद भी यहाँ से जाना नहीं चाह रहे, हालांकि उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार की तमाम शिकायतों की वजह से नवीन तैनाती में कोई भी जनपद नहीं दिया गया, जबकि हरदोई में बीएसए के पद पर शासन ने सुश्री रतन कीर्ति को नियुक्त किया है, द टेलीकास्ट से जुड़े सूत्रों की मानें तो पूर्व बीएसए द्वारा नवागंतुक बीएसए को चार्ज नहीं दिया जा रहा है, रिलीविंग पत्रावली को भी डीएम कार्यालय ने पेंडिंग रखा है।
निवर्तमान बीएसए को रिलीव न किया जाना जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है। सवाल ये भी है कि महिला सशक्तिकरण का दावा करने वाली सरकार में एक महिला अधिकारी को उसके पदीय दायित्वों के निर्वहन से आखिर क्यों वंचित किया जा रहा है? जबकि स्पष्ट है कि यहाँ बीएसए रहे वीपी सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं, इसी कारण शासन स्तर से इन्हे पदहीन किया गया है। हालांकि भ्रष्टाचार की हनक पर बीएसए रहे वीपी सिंह जिला न छोड़ने की हर कीमत देने को तैयार हैं, इसी कारण प्रशासन को साध रखा है, और शासन में जुगाड़ सेट कर रहे हैं। उनका यहाँ से रिलीव न किया जाना प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।
रिपोर्ट: हरिश्याम बाजपेयी