हरदोई: सरकारी सिस्टम में किस हद तक भ्रष्टाचार अपनी जड़ें जमा हो चुका है, इसकी बानगी तब देखने को मिली जब पोस्टमार्टम हाउस में लाश के पोस्टमार्टम के लिए रिश्वत मांगी गई। पता चला कि यहाँ प्रत्येक लाश का पोस्टमार्टम करने से पहले कर्मचारी खुलेआम रिश्वत लेते हैं, रिश्वत नहीं देने पर पोस्टमार्टम करने से इनकार कर देते हैं या फिर सबसे अंत में विलम्ब से पोस्टमार्टम कर बिना सिले बॉडी थमा देते हैं।
दरअसल सुरसा थानाक्षेत्र के इच्छनापुर निवासी सरोज पाण्डेय की बीती रात अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई थी, शव को पोस्टमार्टम के लिए नयागांव स्थित पोस्टमार्टम हॉउस भेज दिया गया। परिजनों ने बताया कि पोस्टमार्टम करने के लिए वहां के कर्मचारी ने उनसे 500 रूपये मांगे। रुपये देने से इनकार करने पर कर्मचारियों ने पोस्टमॉर्टम करने से ही इनकार कर दिया। इस तरहँ उनके दो बार कर्मचारियों ने करीब एक हजार रूपये वसूले, जिसके बाद पोस्टमॉर्टम हो सका।
इसी तरहँ आ
ज ही कोतवाली शहर के रद्धेपुरवा निवासी संतोष पुत्र श्रीपाल का पोस्टमार्टम कराने आये उनके पुत्र शिवांश से एक हजार रूपये वसूले गए। मृतक राजेश पुत्र छोटेलाल निवासी चिरैय्यापुरवा थाना हरियावा के पुत्र विकास व रवि से 500 रूपये, मृतक राम भजन पुत्र श्रीपाल निवासी अंटवा थाना सांडी के भाई सत्यपाल से एक हजार, पिहानी की मृतका सावित्री के पति से हजार रूपये वसूले गए। जबकि इसके अलावा भी और शवों का पोस्टमार्टम किया गया है।
सूत्र बताते हैं कि यहाँ प्रत्येक शव के पोस्टमार्टम के लिए एक हजार से 1500 रूपये की रिश्वत वसूली जाती है, कुछ ज्यादा गरीब लोग होते हैं तो वे पैसे का इंतजाम नहीं कर पाते इस कारण गरीब मृतक का पोस्टमार्टम सबसे बाद में किया जाता है। इस सम्बन्ध में जब सीएमओ से जानकारी करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन कॉल रिसीव नहीं की।
रिपोर्ट: हरिश्याम बाजपेयी