सीतापुर/हरदोई: 84 कोसीय परिक्रमा मार्ग में हरदोई के लापता हुए महंत मनीरामदास की हत्या का आज मिश्रित पुलिस ने खुलासा कर दिया है, पुलिस के खुलासे में पता चला है कि महंत की हत्या अवैध सम्बन्ध व तंत्र मन्त्र के चक्कर में की गई थी, जिसमें हत्यारोपी माँ -बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। बीते 29 मार्च को मिश्रित कोतवाली क्षेत्र में महंत का शव मिला था।
अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी डॉ० प्रवीन रंजन सिंह ने बताया कि सीओ मिश्रित राजेश यादव के नेतृत्व में थाना मिश्रित के एसएचओ शैलेन्द्र श्रीवास्तव व स्वॉट टीम प्रभारी सत्येंद्र विक्रम सिंह की संयुक्त टीम द्वारा 84 कोसीय एवं पंचकोसीय परिक्रमा में आए महंत मनीरामदास की हत्या की घटना का सफल अनावरण में साक्ष्यों के आधार पर प्रकाश में आए अभियुक्त गंगादेवी उर्फ छोटी बिटिया पत्नी स्व० छंगालाल व उसके पुत्र सोनू पुत्र स्व० छंगालाल निवासी गण ग्राम भूड़पुरवा थाना मिश्रित जनपद सीतापुर को मिश्रित – सिधौली मार्ग पर भुड़पुरवा मोड़ से गिरफ्तार किया गया है, जिसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल एक अदद बांका व एक अदद हसिया बरामद कर लिया गया है।
मु.अ.सं. 129/24 उपरोक्त से संबंधित मृतक महंत मनीरामदास जो 84 कोसीय एवं पंचकोसीय परिक्रमा मिश्रित आए थे। वापस घर नहीं पहुंचने पर बीते 26 मार्च को मृतक का भतीजा (वादी) टाई पुत्र आत्माराम निवासी ग्राम गिरधरपुर थाना बेनीगंज जनपद हरदोई द्वारा प्राप्त तहरीर पर थाना स्थानीय पर गुमशुदगी पंजीकृत की गयी थी। काफी तलाश के बाद दिनांक 29 मार्च को सिधौली-मिश्रित रोड पर ग्राम रूपपुर केसरीपुर गांव जाने वाले मार्ग पर स्थित झाड़ियों में एक बोरे में बंद महंत मनीराम दास का शव मिलने पर गुमशुदगी को मु0अ0सं0 129/24 धारा 302/201 भादवि बनाम उपरोक्त में तरमीम कर अभियोग की विवेचना में प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर महंत उपरोक्त की हत्या अभियुक्ता गंगादेई उर्फ छोटी बिटिया व सोनू उपरोक्त द्वारा करना प्रकाश में आने पर दोनों को गिरफ्तार किया गया है।
एएसपी ने बताया कि गंगादेवी व मृतक मंहत के मध्य काफी समय से अवैध संबंध थे। मृतक मंहत उपरोक्त झाड़ फूंक एवं तांत्रिक का भी काम करता था। करीब 01 वर्ष पूर्व गंगा देवी की पुत्री विनीता अपने भाई सोनू के साले सचिन के साथ भाग गई थी एवं वर्तमान समय में वही रह रही है इसके अतिरिक्त गंगादेवी के पुत्र सोनू की पत्नी लक्ष्मी भी घर से भाग गई थी। गंगा देवी इन दोनों के भागने के पीछे मृतक मंहत मनीराम द्वारा की गई तंत्र विद्या को जिम्मेदार मानती थी और इसके अतिरिक्त मनीराम द्वारा गंगादेवी के साथ बार-बार शारीरिक संबंध बनाने से उसके पुत्रों द्वारा भी विरोध किया जाता था इसी बात के रंजिशन महंत की हत्या किये जाने के तथ्य प्रकाश में आये हैं। अभियुक्ता व अभियुक्त की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल एक अदद बांका एवम् एक अदद हसिया बरामद कर दोनों को जेल भेजा गया।
-द टेलीकास्ट न्यूज़