हरदोई: विटामिन- ए सम्पूर्ण कार्यक्रम के तहत 09 माह से 05 साल तक के बच्चों को विटामिन-ए की दवा पिलाने का पहला चरण आज शुरु हुआ, इसका शुभारम्भ सीएमओ डा. रोहताश कुमार ने नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) आलूथोक में बच्चे को विटामिन ए की दवा पिलाकर किया। उन्होंने कहा कि साल में दो चरणों में विटामिन ए की दवा पिलाई जाती है । 26 जून से 25 जुलाई तक पहला चरण चलेगा। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि विटामिन ए की दो खुराक के बीच चार माह से अधिक का अंतर होना चाहिए यह दवा बच्चों को रतौंधी, अंधेपन, दस्त, निमोनिया और कुपोषण से बचाती है, इसके साथ ही रोगों से लड़ने के लिए प्रतोरोधक क्षमता में वृद्धि करती है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. आर.के.सिंह ने कहा कि नौ माह से पांच साल तक के कुल 5.72 लाख बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाने का लक्ष्य है, जिसमें नौ से 12 माह के 64,173 बच्चे, एक से दो साल के 1.12 लाख बच्चे और दो से पाँच साल तक की आयु के 3.96 लाख बच्चे हैं। विटामिन ए की खुराक हर छह-छह माह पर पिलाई जाती है। कार्यक्रम में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से दवा पिलाई जाएगी। बच्चों को विटामिन ए की खुराक देने से शरीर की एपिथीलियल लेयर मजबूत होती है। यह परत हर बच्चे के रेस्पेरेटरी ट्रैक यानि श्वसन तंत्र में भी होती है।
उन्होंने बताया कि यदि बच्चे के रेस्पेरेटरी ट्रैक की एपिथीलियल लेयर मजबूत रहेगी तो इसमें संक्रमण की संभावना कम होती है। साथ ही बैक्टीरिया व वायरस के श्वसन तंत्र से भीतर जाने की गुंजाइश भी काफी कम हो जाती है। विटामिन ए पीले, लाल और हरे फलों तथा सब्जियों में पाया जाता है इसलिये इन खाद्य पदार्थों का सेवन जरूर करें और बच्चों को भी इनका सेवन कराना सुनिश्चित करें।
इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने पीएचसी का निरीक्षण भी किया। वह पीएचसी की व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखे उन्होंने कहा कि जो भी लाभार्थी स्वास्थ्य केंद्र पर आये उसे स्वास्थ्य सेवाएं देना सुनिश्चित करें एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवाओं की जानकारी दें। इस मौके पर नगरीय पीएचसी के प्रभारी, विश्व स्वस्थ्य संगठन की एसएमओ डा. सौम्य देव, यूनिसेफ़ की डीएमसी संजू कश्यप, पीएचसी के अन्य कर्मचारी मौजूद रहें।
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