हरदोई। इलाज के अभाव में कैसर से पीड़ित एक महिला जिंदगी मौत से जूझ रही है, उसके पास न तो इतना पैसा है कि अपना इलाज करा सके और न ही कोई सरकारी इमदाद, जिससे उसका किसी अस्पताल में निशुल्क इलाज हो सके। बेबस महिला ने सीएमओ को कई पत्र लिखे कि उसका आयुष्यमान कार्ड बनवा दिया जाये जिससे अपना इलाज करा सके, पर सरकारी कानों तक शायद उसकी आवाज नहीं पहुंच सकी है। शहर के ही पिहानी रोड स्थित अब्दुलपुरवा की रहने वाली ख़ातिमा ने बताया कि उसके गाल में कैंसर है, जिसका नाम सुनकर ही उसने जीने की उम्मीद ही छोड़ दी थी, पति मकदम भी बीमार रहते हैं, घर का खर्चा चलाने का कोई साधन नहीं है, ऐसे में इलाज के लिए इतना सारा पैसा जुटा पाना उसके बस की बात नहीं।
इसी बीच पास के ही सफी उस्मानी ने उसे बताया कि आयुष्मान योजना के तहत उसका निशुल्क रूप से भी कैंसर का इलाज हो सकता है, पर आयुष्मान कार्ड बना न होने से वो इससे भी रही, तो जिंदगी जीने की आस में ख़ातिमा ने सीएमओ को पत्र लिखकर आयुष्मान कार्ड बनवाए जाने की अर्जी दी है, हालांकि अभी तक सरकारी सिस्टम ने कोई ध्यान नहीं दिया है, पर सफी उस्मानी जैसे लोगों की उसे दरकार है जो कैंसर जैसी घातक बीमारी से लड़ने का हौसला दे सके।
रिपोर्ट: हरिश्याम बाजपेयी