बिना चिकित्सक के चल रहा अस्पताल, महिला की मौत पर पड़ गया पर्दा
#हरदोई: जिले में अवैध अस्पतालों पर लगाम लगा पाने पर स्वास्थ्य विभाग कोई रूचि नहीं ले रहा है, बताते हैं कि फर्जी अस्पतालों के संचालन की कीमत एक बाबू के माध्यम से आला हाकिम को समय पर पहुंचा दी जाती है, यही कारण है कि इन फर्जी व मानकविहीन अस्पतालों में बड़ी से बड़ी घटनाओं पर पर्दा डाल दिया जाता है।
ताज़ा मामला जिले के बघौली चौराहा स्थित देवांश हॉस्पिटल का है, जहाँ सुरसा ब्लॉक के हथियाई गांव निवासी शिशुपाल की पत्नी रामभोली को इलाज के लिए विगत 16 जून को भर्ती कर लिया गया। जब परिजनों ने डॉक्टर से मिलने की जिद की तो स्टॉफ ने बदसलूकी शुरू कर दी, जिसके बाद पता चला कि डॉक्टर साहब तो बरेली में हैं यहाँ उनके कुछ चेले अस्पताल का संचालन कर रहे हैं जिन्हे कोई प्रशिक्षण भी नहीं प्राप्त है, जब पीड़ित ने अपनी पत्नी को रेफर करने का दबाव बनाया तो कहासुनी शुरू हो गयी, आरोप है कि अस्पताल का संचालन कर रहे लोगों ने मरीज के परिजनों के साथ अभद्रता की।
उक्त हॉस्पिटल में मरीज का ज्यादा हालात बिगड़ने लगी इसके बाद भी उन्होंने रेफर नहीं किया तो वे अपनी पत्नी को वहाँ से सरकारी अस्पताल ले जा रहे थे, जहाँ रास्ते में ही रामभोली की मौत हो गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम तो कराया पर कोई शिकायत नहीं दर्ज की। आखिर रो-रोकर परिजन भी शांत हो गए पर सरकारी सिस्टम ने उन्हें अनदेखा कर दिया। पीड़ित ने जनता दरबार में सीएम योगी से मिलकर न्याय की गुहार लगाने की बात कही है।
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