हरदोई: गावों के विकास की तस्वीर आजादी के बाद भी नहीं बदल सकी हैं, आज भी जिले में कई ऐसे गांव हैं जहाँ लोगों को पैदल चलना मुश्किल है, कहीं कीचड़ से लबालब गलियारें हैं तो कहीं आड़े तिरछे खड़ंजे बच्चों व बुजुर्गों के पैर की बड़ी वाली ऊँगली जख़्मी कर देते हैं। कुछ इसी तरहँ की तस्वीर मल्लावां ब्लॉक के ग्राम पंचायत बगदाद के मजरा ईश्वरपुर साईं में देखने को मिलती है।
यहाँ के विकास के लिए सरकार ने तो धन दिया पर ग्राम प्रधान व सरकारी सिस्टम की अनदेखी से विकास का पहिया नहीं घूम सका। कच्ची सड़के लोगों को विकास के मुद्दे पर मुंह चिढ़ा रही है। सड़क पर इंटरलॉकिंग लगवाने या खड़ंजा ईंट बिछवाने की ग्रामीणों में कई बार मांग की लेकिन समस्या जस की तस् बनी हुई है। ग्रामीण राजीव मिश्रा, सुशील मिश्रा, गुड्डू, अखिलेश, रामकिशोर आदि ने बताया कि बारिश में यहाँ से निकलना दूभर हो जाता है, गांव का तालाब कई दशकों से सौंदर्यीकरण का बाट जोह रहा है।
आजादी के बाद से यहाँ के ग्रामीण ग्राम प्रधान से लेकर ब्लॉक के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन सड़क पर न इंटरलॉकिंग बिछाई गयी। न खड़ंजा ही लगाया जा रहा है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि सड़क का सर्वे कराकर बरसात के पूर्व इंटरलाकिंग या खड़ंजा लगवा दिया जाए, जिससे गांव के स्कूली बच्चों, महिलाओं व बुजुर्ग को बहुत राहत मिलेगी।
रिपोर्ट: हरिश्याम बाजपेयी