#कानपुर: योगी सरकार की तमाम सख़्ती के बाद भी कानपुर विकास प्राधिकरण के बाबू व अफसरों को शासन का कोई भय नहीं हैं, भू माफियाओं को लाभ पहुँचाने के लिए केडीए के अफसर भू स्वामियों की फाइलों को गायब कर रहे हैं। यही नहीं वैकल्पिक भू खंड के लिए फर्जी प्रार्थना पत्र भी तैयार कर लेते हैं जिससे पॉश इलाके के प्लाट वाले भू स्वामियों को गुमराह कर मलिन बस्तियों में प्लाट आवंटित कर सकें।
ऐसा ही ताज़ा मामला तब सामने आया जब कानपुर के डीएम से लेकर केडीए के वीसी तक तमाम चक्कर काटने के बाद एक युवती को हंगामा काटना पड़ा। दरअसल जब उसकी सुनवाई नहीं हुई तो 14 जून को केडीए बोर्ड बैठक के बीच युवती ने केडीए उपाध्यक्ष के कार्यालय के बाहर हंगामा किया।
कानपुर नगर के रतनपुर की रहने वाली सुश्री क्षमा अवस्थी ने बताया कि उनके पिता स्व. रामशरण अवस्थी के नाम आवंटित प्लाट संख्या 626 ब्लॉक सी
पनकी स्वराज नगर की फाइल केडीए से गायब है। केडीए का बाबू उन्हें एक साल से दौड़ा रहा है, जिस कारण नामांतरण की प्रक्रिया भी नहीं हो पा रही है। फ़ाइल गायब करने का आरोप लगाकर जब युवती ने हंगामा काटा तो केडीए अधिकारियों में खलबली मच गई। आरोप लगाया कि केडीए से न सिर्फ उसकी ही बल्कि कई लोगों की फाइल गायब हैं। अफसरों के आश्वासन पर मामला शांत हुआ।
केडीए के विशेष कार्यधिकारी शत शुक्ला का कहना है कि संबधित भूखंड पर विवाद था जिस कारण युवती के पिता ने वैकल्पिक भू खंड की मांग का प्रार्थना पत्र दिया था जिसके आधार पर उन्हें वैकल्पिक भू खंड संख्या 385 एफ ब्लॉक पनकी में प्लाट आवंटित किया गया है। पीड़िता का कहना है कि वैकल्पिक भूखंड की मांग वाले प्रार्थना पत्र में उसके पिता के हस्ताक्षर नहीं हैं, जबकि उसके मूल भूखंड वाली फ़ाइल गायब कर दी गई है।
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