दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से अमेरिकी मीडिया कंपनी नेटफ्लिक्स की कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल को तलब किए जाने के बाद वे कल सूचना व प्रसारण सचिव संजय जाजू के समक्ष पेश हुईं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों ने कंटेंट हेड (इंडिया) मोनिका शेरगिल से कहा कि कुछ भी गलत दिखाने से पहले आपको विचार करना चाहिए। सरकार इस विषय को बहुत गंभीरता से ले रही है। आतंकियों की छवि संवारने की कोशिश ठीक नहीं है। क्या विदेशी लोगों को हमारे सांस्कृतिक मूल्यों पर कुछ भी गंदा बोलने की अनुमति देनी चाहिए? आप भले ही लिब्ररल हों, आप हमारी संस्थाओं को गलत रूप में नहीं दिखा सकते हैं।
वैधानिक संदेश में आतंकियों के असली नाम भी होंगे
नेटफ्लिक्स की टीम बैठक में अपने रिसर्च के दस्तावेजों, सीरीज के संग्रहित संदर्भों के फुटेज भी साथ लेकर आई थी। लिहाजा नेटफ्लिक्स इंडिया की कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल ने कहा कि वर्ष 1999 की वास्तविक घटना पर आधारित इस सीरीज में अब ओपनिंग डिस्क्लेमर दिया जाएगा। सीरीज में पाकिस्तानी आतंकियों में से दो को हिंदू नाम भोला और शंकर से संबोधित किया गया था। अब फिल्म के वैधानिक संदेश में उनके असली मुस्लिम नाम दिए जाएंगे। इधर इस वेबसीरीज को प्रतिबंधित करने के लिए हिंदू संगठन ‘हिंदू सेना’ के प्रमुख सुरजीत सिंह यादव ने दिल्ली हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है।
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